Wednesday, February 11, 2015

बच्चों को सिखाइये संवाद कला



आज हर घर, हर दफ्तर, हर संगठन की एक ही समस्या है वह है संवाद की. जैसे जैसे विकास हो रहा है, हम इस समस्या को और ज्यादा से महसूस कर पा रहे हैं. संवाद की कमी के कारण घर टूट रहे हैं, दफ्तर बंद हो जाते हैं, संगठन राजनीति का अखाड़ा बन जाते हैं और स्वर्ग सा हमारा आशिया नरक में बदल जाता है. हर समस्या का एक ही समाधान है संवाद कला पर जोर देना. 

डॉक्टर मरीज से प्रेम से बात कर ले तो उसका क्या बिगड़े, इंजीनयर अगर अपने मातहत को प्रेम से समझा दे तो क्या बिगड़े, पति यदि पत्नी को अच्छे खाने के लिए धन्यवाद दे दे तो उसका क्या बिगड़े? पर समस्या सिर्फ इतनी ही नहीं है. हर व्यक्ति आज कुंठित, व्यथित, उग्र, और आपे से बाहर है. जो कहना है वह नहीं कहता है, जो नहीं कहना वह सब कहता है. विद्यार्थी अपने अध्यापक से बात नहीं करता, बच्चे माँ बाप से बात नहीं करते, कर्मचारी अपने मालिक से बात नहीं करते. हर जगह पर एक दीवार सी है जो नजर भी नहीं आती. इंसान अपना पूरा जीवन भी संवाद कला को सीखने में लगा तो तो भी काम है. फिर आज के जमाने में संवाद सिखाने वाले कोई है ही नहीं. आप कहेंगे की हर दूसरे कोने पर एक दूकान खुली है जो कम्युनिकेशन ट्रेनिंग देती है. आप कहेंगे की हर स्कुल और कॉलेज संवाद कला का प्रशिक्षण देती है. आप कहेंगे हर फिल्म संवाद कला का प्रशिक्षण देती है. बस यही तो कमी है. ये सभी संस्थाएं वो सीखा रहे हैं जो संवाद कला नहीं बल्कि सिर्फ एक मनोरंजन मात्र है. संवाद कला को सिखाने के लिए व्याख्यान नहीं एक माहोल की जरुआत है, इसके लिखे  जीवंत प्रशिक्षण की जरुरत है. इसके लिए पास बैठ कर धीरे से समझाने वाले और बड़े इत्मीनान से सुनने वाले चाहिए - कहाँ है वो प्रशिक्षक ? 

आज आपको पता चलेगा की पुराने जमाने के दादा दादी और चाचा चाची की कोई विकल्प नहीं है. जितने इत्मीनान से वे संवाद कला सीखते थे उतने इत्मीनान से संवाद कला सिखाने वाला किसी भी कम्युनिकेशन ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में नहीं मिलता. 

उत्तर साफ़ है - चाहे आप स्कुल, कॉलेज, पॉलिटेक्निक, मेडिकल कॉलेज या यूनिवर्सिटी कुछ भी पढ़ाई करें संवाद कला में प्रशिक्षण ही आपको जीवन में असली सफलता और असली ख़ुशी का मौका दे सकता है. अतः हर पढ़ाई के साथ संवाद कला का प्रशिक्षण जरुरी है. और संवाद कला से मेरा मतलब अंग्रेजी प्रशिक्षण से नहीं बल्कि इंसानी रिश्तो में मजबूती  लाने के लिए भाषा रूपी सशक्त माध्यम के द्वारा जीवन में एक नया सवेरा लाने से है. यह कला ही हर डॉक्टर को बेहतर डॉक्टर, हर इंजीनियर को बेहतर इंजीनियर और हर इंसान को सफल इंसान बना सकती है. आईये हम सब मिल कर हर स्टार पर संवाद कला को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करें. 

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