Wednesday, August 1, 2018

CAREER मार्गदर्शन

CAREER मार्गदर्शन  

बेरोजगारी इस लिए नहीं है की रोजगार नहीं है. बेरोजगारी इस लिए है क्योंकि युवाओं को पता नहीं की क्या तैयारी करें और कैसे तैयारी करें. उनको नहीं पता की आने वाले समय में किस तरह के रोजगार के अवसर आएंगे. वे आने वाले समय की सम्भवनाओं से अनभिज्ञ हैं. उनको सही मार्गदर्शन और जानकारी नहीं मिलती है और प्रोत्साहन के आभाव में वे सही दिशा नहीं ले पाते हैं. वे गिने चुने सरकारी कम्पीटिशन के  लिए तैयारी करते हैं जहाँ उनको जाती आधारित आरक्ष्ण व्यवस्था के कारण आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाता है.  एक नौकरी के लिए १०००० लोग लाइन में लगे होते हैं. बेरोजगारों में हताशा फैलने लग जाती है और उस हताशा का फायदा राजनेता उठाते हैं जो उनको आंदोलनों और गन्दी राजनीति के गलियारों में धकेल देते हैं. अजित फाउंडेशन ने मार्गदर्शन  कार्यक्रम से अनेक युवाओं को लाभान्वित किया है और इस प्रकार के कार्यक्रमों की जरुरत है. 


आर्थिक तरक्की के साथ रोजगार भी क्रम से बदलते रहते हैं. पहले इंजीनियर की नौकरियां निकलती है, फिर व्यापार और उद्योगों के बढ़ने से सेवा क्षेत्र में तरक्की शुरू होती है और फिर वाणिज्य और सेवा क्षेत्र के लिए रोजगार निकलने लग जाते हैं और फिर एक तरह से उद्यमिता के लिए एक माहौल तैयार हो जाता है और लोग उद्यमिता को अपनाना शुरू कर देते हैं. जैसे जैसे आर्थिक तरक्की बढ़ती जाती है वैसे वैसे रोजगार के नए अवसर निकल कर सामने आने लग जाते हैं. सरकारी नीतियां  और प्रोत्साहन भी उद्योग और व्यापार की दिशा और दशा तय करते हैं.   किसी समय में अरब क्षेत्र में सिर्फ रेगिस्तान था और इस कारण वहां पर रोजगार के अवसर नहीं होते थे लेकिन पहले तेल की खोज और फिर वहां पर व्यापार, उद्यम, पर्यटन आदि क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढे.


किसी भी देश में आर्थिक तरक्की के साथ व्यापार और  वाणिज्य  के क्षेत्र  में रोजगार की संख्या में बहुत तरक्की होने लग जाती है. भारत में भी आने वाले समय में वाणिज्य के क्षेत्र में बहुत तरक्की होने की सम्भवना है. वाणिज्य क्षेत्र में (जिसमे बैंकिंग, इन्सुरेंस, सेवा, पर्यटन आदि शामिल है) में ४० लाख से ज्यादा रोजगार अगले ५ वर्षों में आएंगे. अतः युवाओं में इस क्षेत्र में उत्साह है. बीकानेर में हमेशा से वाणिज्य के क्षेत्र में रुझान रहा है. पुरे भारत के शीर्ष स्थान हासिल करने का गौरव बीकानेर के विद्यार्थियों को मिला है. चार्टर्ड एकाउंटेंसी में बीकानेर की आरती जैन, कंपनी सेक्रेटरी में राम पुगलिया आदि पुरे भारत में शीर्ष स्थान ला चुके हैं. हर वर्ष अनेक विद्यार्थी पहले ५० शीर्ष स्थानों में अपना नाम लिखा लेते हैं - और ये सिर्फ बीकानेर में रह कर तैयारी कर के लाते हैं.

वाणिज्य के क्षेत्र में पढ़ाई आज भी बहुत सस्ती है और बीकानेर में रह कर की जा सकती है. बीकानेर में रह कर चार्टर्ड एकाउंटेंसी, कंपनी सेक्रेटरीशिप, कॉस्ट एकाउंटेंसी, एक्चुअरी, अमेरिकन चार्टर्ड एकाउंटेंसी, मैनेजमेंट एकाउंटेंसी, इंग्लैंड के चार्टर्ड एकाउंटेंसी, चार्टर्ड फाइनेंसियल एनालिस्ट आदि के पाठ्यक्रम किए जा सकते  हैं. नियमित पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी बहुत ही कम लागत पर ये पढ़ाई कर सकते हैं. बीकानेर में इन क्षेत्रों में बहुत अच्छा मार्गदर्शन भी मिल जाता है. लेकिन इन क्षेत्रों में अभी तक रोजगार बीकानेर शहर में नहीं मिलता है अतः पढ़ाई के बाद रोजगार के लिए बड़े शहरों में प्रस्थान करना पड़ता है. इन सभी क्षेत्रों में अच्छे रोजगार मिल जाते हैं. वाणिज्य के अधिकाँश पाठ्यक्रम पत्राचार में उपलब्ध है लेकिन विद्यार्थी तभी सफल हो सकते हैं अगर वे पढ़ाई में नियमित रहें.

इच्छुक विद्यार्थियों को पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र जरूर देखने चाहिए और अपनी संस्था के स्टडी मटेरियल को नियमित रूप से जरूर पढ़ना चाहिए. इच्छुक विद्यार्थियों को इस क्षेत्र के पुस्तकालयों का भी लाभ लेना चाहिए और अच्छी से  अच्छी पुस्तकें और विविध पुस्तकें पढ़नी चाहिए.  शोध के क्षेत्र में अच्छी पढ़ाई करने के लिए जे आर ऍफ़ की परीक्षा पास कर के स्कॉलरशिप प्राप्प्त की जा सकती है.

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