कण कण में है “संजय” : पर इस तकनीक से अपनी दुनिया कब बदलेगी?
(विश्व अंतरास्ट्रीय सुचना समाज दिवस पर विशेष)
एक समय था जब धृतराष्ट्र को सुचना जानने के लिए “संजय” की मदद लेनी पड़ी थी. आज तो सुचना क्रांति के कारण हर व्यक्ति दूर देश की सुचना प्राप्त कर सकता है.
क्या सुचना क्रान्ति के इस युग में भी आपको कोई सुचना नहीं मिल रही है? क्या इस युग में भी सिर्फ जानकारी के अभाव में आप तरक्की नहीं कर पा रहे हैं? क्या आज भी आप को एक छोटी सी जानकारी प्राप्त करने के लिए दिल्ली या बंबई जाना पदरहा है या छोटी सी सलाह के लिए विदेश भेजा जा रहा है? क्या ऐसा तो नहीं की शहर से दूर रहने के कारण आप आज कल की गतिविधियों की सुचना से वंचित हैं या जानकारी, सुचना, पढ़ाई आदि से वंचित महसूस कर रहे हैं? क्या आज के इस युग में भीआपको दुरी का नुक्सान हो रहा है और सिर्फ दुरी की वजह से आपको वांछित सूचनाएं नहीं मिल रही है? पर कई बार ऐसा लगता है की सिर्फ कुछ और प्रयास किये जाएँ तो सुचना क्रांति के द्वारा वो सब संभव हो जाएगा जिससे लोगों की जिंदगी सेपरेशानिया दूर हो जाएंगे.
अग्नि और पहिये के आविष्कार के बाद सबसे बड़ा कोई आविष्कार है तो वो है सुचना क्रांति का. विगत तीन दशकों में सुचना क्रांति के कारण तकनीकी क्षेत्र में आमूल चल परिवर्तन आया है. सुचना क्रांति के जरिये हम हमारी दुनिया बदल सकते हैं.जरुरतहै की सुचना क्रांति की बड़े पैमाने पर लागू किया जाए. सुचना क्रान्ति की समझ युवा वर्ग को ज्यादा है अतः उसे इसको लागू करने में भागिदार बंनना चाहिए.
सुचना क्रान्ति के कारण ही भ्रस्टाचार को कम करने में मदद मिली है. तमिल नाडु सरकार ने अपने १०० से ज्यादा आवेदन ऑनलाइन कर दिए हैं - यानी नागरिकों को सरकारी महकमों में चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. राजस्थान सरकार ने "सुगम"नामक योजना शुरू की जिसका मकसद है को कोई भी व्यक्ति किसी भी सरकारी महकमे की शिकायत ऑनलाइन कर सकेगा और उस पर तुरंत अमल होगा. उम्मीद की जानी चाहिए की इस तरह की योजनाओं को अमल में लाने से रोकने वाले लोगों कीनहीं चलेगी और जिस दिन ये योजनाएं अमल में आने लग जाएंगी उस दिन से लोगों को भ्रस्टाचार से काफी निजात मिलेगी और सरकारी महकमों के काम करने की व्यवस्था पर अंकुश लगेगा. जमाबंदी, और पत्ते जैसे दस्तावेज आज ऑनलाइनउपलभ्ध हैं - कल्पना करिये पहले के समय में लोगों को इन के लिए सरकारी महकमों में कितनी रिश्वत देनी पड़ती थी. आज जरुरत है की हम सब लोग मिलकर आवाज उढाये की इ-गवर्नेंस को ज्यादा से ज्यादा तेज गति से लागू किया जाए औरऑनलाइन व्यवस्था ही तुरंत प्रभाव से लागू हो. इससे हमारे देश में भ्रस्टाचार पर काबू पाया जा सकेगा. लेकिन सुचना तंत्र के बढ़ते विस्तार के साथ ही अपराधी लोग भी इनका दुरूपयोग ज्यादा करने लगे हैं अतः उन पर भी नजर की जरुरत है.
हमारी प्राथमिकताएं है शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, लोक-प्रशाशन, ग्रामीण विकास, रोजगार, प्रशिक्षण व् निर्यात. इन सभी क्षेत्रों में सुचना क्रान्ति के इस्तेमाल से आमूलचूल परिवर्तन आ सकता है.
सुचना क्रान्ति के कुछ लाभ: -
शहर और गाव का फर्क ख़त्म हो जाएगा अगर गावों में भी सुचना क्रान्ति के कारण वो सब सुविधाये उपलब्ध हो जाएँ जो शहरों में हैं. जैसे श्रेष्ठ चिकित्सकों से परामर्श, श्रेष्ठ अध्यापकों से पढ़ाई, श्रेष्ठ तकनीकी विशेषज्ञों से मार्गदर्शन, ऑनलाइननौकरी आदि आदि.
न्यूकासल यूनिवर्सिटी (इंग्लॅण्ड ) के सुगाता मित्रा ने "होम इन थे वाल" प्रोजेक्ट के तहत कालकाजी (दिल्ली) के झुग्गी झोपडी के गरीब बच्चों को कम्प्यूटर दे दिए और कुछ नहीं सिखाया. बाद में देखा की वो बच्चे अपने आप कम्प्यूटर पर काम कर केसब कुछ सीख गए थे. वो ही प्रयोग उन्होंने मध्य प्रदेश में शिवपुरी और मदंतुसी में किये और फिर वे ही परिणाम सामने आये. यानी आज इस बात की सख्त जरुरत है की स्कूलों में बच्चों को कम्प्यूटर और नयी तकनीक का प्रयोग करने का मौका देनाचाहिए और कम्प्यूटर में वो सभी सॉफ्टवेयर हो जिनसे बच्चे अपने आप अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, इतिहास आदि सीख सकें. आप देखेंगे की वे बच्चे कमाल का ज्ञान अर्जित कर लेंगे. लेकिन उन बच्चों को समूह में कम्प्यूटर देने पड़ेंगे. समूह में बच्चे नसिर्फ सीखते हैं बल्कि एक दूसरे को सिखाते भी हैं और इस मिलीजुली सीख में गजब की ताकत है.
दक्षिणी भारत में अरविन्द आई हॉस्पिटल गाव गाव अपनी मोबाइल हॉस्पिटल भेजता है. जिस किसी मरीज की ज्यादा परेशानी होती है, तुरंत विडिओ कोन्फेरेंस द्वारा शहर से डॉक्टर उसको उचित राय प्रदान कर देते हैं. आज जरुरत है की तकनीक केइस तरह के फायदों को ज्यादा से ज्यादा काम में लिया जाए. केवल सरकार के लिए ये करना संभव नहीं है और नयी तकनीक को लागू करने में सरकारी महकमा भी पीछे रहता है. अतः इस कार्य में निजी क्षेत्र को जोड़ने की जरुरत है.
हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं की आने वाले समय में सुचना क्रान्ति से बहुत कुछ फायदा होगा. हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को सुचना क्रान्ति के क्षेत्र में दक्ष बनाना चाहिए और उनको वो सब सपने लेने देने का मौका देना चाहिए जो हमारे लिए संभव नहीं था. वो अगर चाहेंगे तो आज की अधिकाँश समस्याओं को वे सुचना क्रांति से दूर कर देंगे. सरकार को भी समझ लेना चाहिए की आज की दुनिया सुचना दुनिया है. जिसके पास ज्यादा सुचना है वोज्यादा ताकतवर है. जो ज्यादा खबर रखता है वो ज्यादा तरक्की करता है. तकनीक आज की दुनिया का नक्शा बदल रहा है. आने वाले समय में देखते हैं ३जी, ४जी, ५जी और उसके बाद क्याक्या आते हैं. सुचना तकनीक समाज का आपसी संवाद का और समस्याओं से निपटने का तरीका बदल देगी.
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