बच्चों को दिखाईये - अलौकिक भारत
इस लेख के माध्यम से मैं शिक्षण संस्थाओं और मीडिया से यह अनुरोध करना चाहता हूँ की वे भारत में छुपेअलौकिक भारत को बच्चों के सामने प्रस्तुत करें. भारत विविधता का देश है. जहाँ यहाँ पर गरीबी, भुखमरी, बेकरी,और भ्रस्टाचार नजर आता है तो यहाँ पर अद्भुत और अलौकिक मानव कल्याण का कार्य भी होता है. इस अनुपमदेश में हमेशा से राम और रावण का द्वेत रहा है और हमारे सामने यही चुनौती है की हम नयी पीढ़ी को श्रेष्ठतमआदर्शों के लिए तैयार करें और उनको उन उंचाईयों पर जाने के लिए प्रेरित करें जिनकी कल्पना भी अन्य देशों मेंअसम्भव है.
मुझे बड़ा सौभाग्य मिला की ऐसी शिक्षण संस्थाओं में जाने का मौका मिला और ऐसे महा पुरुषों के साथ काम करनेके मौका मिला की मैं भारत की इस अतुल्य सम्पदा के बारे में जान सका. लेकिन अधिकांश लोग इस अकूत सम्पदासे अनभिज्ञ रहते हैं. और अफ़सोस यह है की बिना भारत को जाने वे लोग भारत को अविकसित और पिछड़ा देश भीबता देते हैं. चाहे इसे हमारे संस्कारों का परिणाम कहे या आप इसे हमारे सामजिक सरोकारों का परिणाम कहें, आजभी हमारे देश में अनेक जनहितकारी कार्य हो रहे हैं और लोग निस्वार्थ भाव से शानदार कार्य कर खुश हो रहे हैं.
इस निबंध में मैं इन में से सिर्फ कुछ संस्थाओं के बारे में चर्चा कर पाउँगा, परन्तु ऐसी अनेक संस्थाएं हैं. अगरशिक्षण संस्थाएं विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण पर ऐसी संस्थाओं में ले जाते हैं और उन्हें इन संस्थाओं से प्रेरणालेने का मौका देते हैं तो यह अद्भुत होगा.
नारायण आई हॉस्पिटल
दक्षिणी भारत में नारायण आई हॉस्पिटल पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा आँखों के ऑपरेशन करता है. जो भी गरीबहोते हैं उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाता है - सब कुछ निशुल्क. अद्भुत.
भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति
जयपुर की यह संस्था अब तक करीब १५ लाख विकलांगों की मदद कर चुकी है. चाहे वह कृतिम पाँव हो या फिरव्हील-चेयर - इस संस्था की सहायता बिलकुल निशुल्क सबको मिलती है.
ब्लाइंड पीपल एसोसिएशन
अहमदाबाद की यह संस्था अंधे और विकलांग लोगों को प्रशिक्षण प्रदान कर इस लायक बना देती है की वे अपने पावोंपर खड़े हो जाते हैं और आम आदमियों से ज्यादा दक्ष और सफल होते हैं.
एनवायरनमेंट सेनिटेशन इंस्टिट्यूट
गांधीजी के आदर्शों पर चलने वाली इस संस्था ने देश में सेनिटेशन व्यवस्था के सुधर के लिए अभूतपूर्व कार्य कियाहै. यह संस्था अहमदाबद में साबरमती आश्रम में है.
पिरामिड वेळी बेंगलोर
बौद्ध धर्म के सिद्धांतों पर आधारित यह संस्था ध्यान का निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करती है. इसके पिरामिड आकरके ध्यान कक्ष में आप को अद्भुत आनंद आएगा और आप को ध्यान सीखने में भी सुविधा होगी. हर आगंतुक कोप्रशिक्षण और भोजन निशुल्क प्रदान किया जाता है. सिर्फ ३-४ घंटे का समय निकाल कर आप इस अद्भुत संस्था मेंअद्भुत आनंद पा सकते हैं.
सेवा
अहमदाबाद की यह संस्था लगभग ५ लाख महिलाओं की जिंदगी में खुशियां ल चुकी है. इस संस्था से जुडी येमहिलाएं आज उद्यमिता का आदर्श प्रस्तुत कर रही है. माइक्रो-फाइनेंस के क्षेत्र में इस संस्था का कार्य पूरी दुनिया मेंसराहा जा रहा है.
आवाज
अहमदाबाद की यह संस्था उन महिलाओं की मदद करती है जो अपने जीवन में सबसे ज्यादा संघर्ष का समय देखरही हैं. इस संस्था के सहयोग से ये महिलाएं आज अपने लिए एक सुनहरा भविष्य बना रही हैं. महिलाओं को शक्तिदेने में इस संस्था का कोई सांई नहीं हैं.
जयपुर रग्स
लगभग ३५-४०००० लोगों को सृजनशील उद्यमिता से जोड़ने और कार्पेट और रग्स के द्वारा देश की कला को पूरीदुनिया में स्थापित करने वाली यह कम्पनी वाकई शानदार कार्य कर रही है. पूरी दुनिया से बिजनेस मैनेजमेंट केविद्यार्थी इस कंपनी की कार्य प्रणाली को देखने आते हैं.
तरुण भारत संघ
अलवर में तरुण भारत संघ ने जन भागीदारी से अरावरी आदि कई नदियों को फिर से स्थापित कर दिया. जनभागीदारी से गाव गाव में जल स्रोतों को पुनः स्थापित करने का असाधारण कार्य किया
कंस्यूमर एजुकेशन रिसर्च सेंटर
अहमदाबाद के इस संस्थान ने ग्राहक सुरक्षा के लिए अद्वितीय कार्य किया है. भारत में ग्राहकों की सुरक्षा के लिएउत्पादों की गुणवत्ता जाँच और ग्राहकों के हित के लिए कानूनी लड़नी लड़ कर इस संस्थान ने अपनी अनोखी पहचानबनायीं है.
सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एजुकेशन
अहमदाबाद स्थित इस संस्थान ने पर्यावरण चेतना के लिए अद्वितीय कार्य किया है. इस संस्थान के द्वारापर्यावरण चेतना के लिए पुरे भारत में कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. इसके युवा पर्यावरण लीडर जैसे किसीकार्यक्रम से जोड़ कर विद्यार्थियों को नयी ऊर्जा से भरा जा सकता है.
करुणा इंटरनेशनल
इस संस्थान ने पुरे भारत में हर शहर में स्कूलों में करुणा क्लब स्थापित किये हैं ताकि बच्चों को करुणा, वात्सल्य,जीव दया, और पर्यावरण चेतना से जोड़ा जा सके.
नेशनल युथ प्रोजेक्ट
डॉ सुब्बा राव के अतुल्य प्रयासों से इस प्रोजेक्ट में युवाओं के लिए ८-१० दिन के शिविर आयोजित किये जाते हैंजिनमे उन युवाओं में देश और समाज के विकास और नेतृव क्षमता के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. ऐसेशिविर पुरे भारत में आयोजित होते रहते हैं.
आज जब पूरी दुनिया आतंकवाद और कटटरवाद से जूझ रही है, विद्यार्थियों को सकारात्मक पक्ष दिखने और एकसकारात्मक आदर्श दिखने की जरुरत है. प्रश्न है की इन अद्वितीय संस्थाओं से जोड़ने के लिए शिक्षण संस्थाएं कबआगे आएगी. इस प्रकार की अनेक संस्थाओं ने भारत में अपने असाधारण कार्य से जन जन में सकारात्मक सोचऔर पहल को आज भी बनाये रखा है.
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