Tuesday, December 30, 2014

देश सेवा के लिए जो कुछ भी कर सकते थे 
(this article was published on 7/12/14) 

(आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे पर विशेष) 

देश का मतलब क्या है? 
आज के युवाओं के लिए देश का मतलब वह नहीं है जो चन्द्रशेखर आजाद और भगत सिंह के सपनों में था. जरुरत है की देश प्रेम की वे गाथाये फिर से हर स्कुल और हर मोहल्ले में दोहराई जाए. जरुरत है की खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी के किस्से फिर से हर घर में सुनाये जाए. जरुरी है की प्रगति के इस दौर में हम देश की मुहब्बत और असली आजादी का जज्बा न भूलें. 


आज के दिन का महत्त्व 
पिछले साल (८ जनवरी २०१३) को लांसनायक हेमराज की पाकिस्तान के सैनकों ने हत्या कर दी थी. शहीद हेमराज को बहुत बहुत श्रद्धा के साथ नमन. साथ ही उनकी माता और उनके परिवार वालों को नमन. प्रश्न है की उनके बलिदान के बदले में हमने उनके परिवार को कितना सहारा दिया? कारगिल युद्ध के दौरान हजारों सैनिक शहीद हो गए थे. प्रश्न है उनके परिवार को हमने कितना सहारा दिया. आज उनको याद करने की जरूरत है जिन्होंने ऐसे वीर दिए जो देश के लिए कुछ भी कर सकते थे. उनको सहारा देना है ताकि वे उनके (शहीदों के ) आदर्श और उनके किस्से नयी पीढ़ी को बताये और फिर से नयी पीढ़ी को देश प्रेम के लिए तैयार करने  की जरुरत है. कॅरियर की अंधी दौड़ में आज देश के लिए बहुत कम लोग सोच पाते हैं. बहुत कम माता - पिता अपने बच्चों को देश सेवा के लिए समर्पित करने की प्रेरणा देते हैं. आज के इस दौर में जब हम सब इतने ज्यादा भौतिक वादी हो रहे हैं की इस आजादी के रखवालों को सलाम करना भूल जाते हैं. आज (७ दिसंबर) फ्लैग डे है और इस दिवस का उद्देश्य है उन लोगों की मदद करना जिन्होंने अपने लाडलों को देश की सेवा करने के लिए भेजा यानी फौज में भेजा. यह देश उनका ऋणी है क्योंकि उन्होंने अपने प्रिय जनों को जान की बाजी लगा कर देश सेवा करने के लिए तत्पर किया. 
देश प्रेम के लिए प्रोत्साहन और प्रेरणा के माहौल की जरुरत 
बिना प्रोत्साहन और सहारे के कोई आगे नहीं आता है. भावनात्मक सहारा किसी भी व्यक्ति को देश के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार कर सकता है. ऐसे युवाओं को असली प्रोत्साहन परिवार से मिलता है. पारिवारिक मार्गदर्शन और प्रोत्साहन से बचपन से ही देश सेवा के लिए काम करने का जूनून पैदा हो जाता है. इसी कारण आप को कई ऐसे गाव और कई ऐसे स्कुल मिलेंगे जहाँ से बड़ी संख्या में सैनिक और शहीद देश सेवा के लिए तैयार हुए हैं. यह एक परंपरा बन जाती है. आज फिर से इन समृद्ध परम्परों को मजबूत बनाने की जरुरत है ताकि हमारे देश को आने वाले समय में कोई भी विपति का सामना न करना पड़े. 
कोई भी देश तभी समृद्ध और सुरक्षित रह सकता है जब वहां के लोग उस देश की रक्षा के लिए कृतसंकल्प हों. जिस देश में देश की आन पर मर मिटने वाले लोगो की बड़ी संख्या हो उस देश को कोई चिंता करने की जरुरत नहीं होती है. उस देश की समृद्धि और प्रगति सुनिश्चित होती है. लेकिन आज फिर से जरुरत आ गयी है की हम देश पर मर मिटने वाले लोगों को और उनके परिवारवालों को सम्मान पूर्वक देश के अग्रणी लोगों में रखें और उनके किस्से और कहानियां लिख और प्रचारित करें. उनको एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत करने से ही हम देश की प्रगति सुनिश्चित कर पाएंगे. 

नया जमाना - नए कॅरियर नए हीरो, 
आज ओद्योगिक प्रगति के दौर में नए नए कॅरियर आ रहे हैं. आज का हर युवा विदेश जाने और विदेशी कंपनियों में नौकरी करने के सपने ले रहा है. यह एक परिवर्तन का दौर है. इस दौर में देश प्रेम की अलख फिर से जगाने की जरुरत है. आज फिर से युवाओं में आत्मविश्वास पैदा करने और उनको उद्यमी बन अपने देश की सेवा करने हेतु प्रोत्साहन देने की जरुरत है. आज मीडिया युवाओं के सामने जो आदर्श रख रहा है उनमे कहीं भी चन्द्र शेखर आजाद और भगत सिंह जैसे व्यक्तित्व नहीं मिलते हैं. आज फिर से ऐसे लोगों को सामने लाने की जरुरत है जो देश के लिए मर मिटने को तैयार रहते है. 

सैनिकों को सम्मान देने की पहल 
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पहल कर के सीमा पर पहरा देने वाले सैनिकों के साथ काफी वक्त बिताया और उनका होसला बढ़ाया. यह एक शानदार पहल है. आज फिर से हमें हमारे सैनिकों और उनके परिवारों को सम्मान और सहारा देने की परंपरा शुरू करनी है ताकि हम हमारे देश पर कुर्बान होने वालों को सही अर्थों में नमन कर सकें. 

सावधान : बिखराव पैदा करने वाले लोगों से 
आज देश में ऐसी अनेक संस्थाएं हैं जो धर्म, जाती, स्थानीय मुद्दे और अन्य संकीर्ण मुद्दों पर देश के लोगों को अलग अलग करने का प्रयास कर रहे हैं. कई ऐसी संस्थाएं हैं जो उन लोगों का महिमा-मंडन कर रहे हैं जो उग्रवादी और अतिवादी संगठनों से जुड़े हैं. कहीं मावो वादी संगठन, तो कहीं अन्य अलगाव वादी संगठन फिर से खड़े हो रहे हैं और देश द्रोह करने के लिए उकसा रहे हैं. ये संगठन देश-द्रोह करने के लिए  अत्यधिक आर्थिक लालच और भावनात्मक जाल द्वारा फंसाने का प्रयास कर रहे हैं. 

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