Tuesday, December 30, 2014

महिला सुरक्षा के लिए ठोस प्रयास
जरुरी है सब के लिए -  आत्म रक्षा प्रशिक्षण

इसी गौरव मई भारत भूमि पर जहाँ इंसान तो क्या परिंदे भी निश्चिन्त हो कर जिया करते थेजहाँ का जर्रा जर्राअहिंसाजीवो और जीने दो जैसे आदर्शों के लिए जाना जाता थाआज हिंसा और अत्याचार बढ़ रहा हैदिल्ली जैसेखुशनुमा शहर महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं  हैआज तो यह हालत है की दिल्ली पुलिस के पास रोज औसतन बलात्कार के मामले  जाते हैं१६ दिसंबर की दुखान्तिका ने सबको हिला के रख दिया हैआज पूरा देश १६ दिसंबरको निर्भया दिवस के रूप में मानाने के लिए तयारी कर रहा हैआज जरुरत है की हम हमारी शिक्षा व्यवस्था को फिरसे देखें और उसमे ऐसे पक्षों को मजबूत बनायें जो इस बदलते दौर में हमें मदद कर सकें.

आज हम सब मान रहें हैं की जहाँ जहाँ भी लड़कियां ज्यादा निडर व् प्रशिक्षित होती हैंवहां वहां अपराध कम होते हैं.तो क्यों  हम हमारी शिक्षा व्यवस्था में आत्म-रक्षा के विषय पर जोर दे और इस हेतु प्रशिक्षण प्रदान करें.

आत्म-रक्षा प्रक्षिक्षण का उद्देश्य  और प्रक्रिया :

जुडोकराते , कुंफुजूजीत्सूताइक्वांडोपूमसाए  जैसे अनेक ऐसे  प्रशिक्षण हैं जो हमारे बच्चों को इतना मजबूतबना सकते हैं की वे आने वाले समय में किसी भी विपत्ति का सामना कर सकेंगेइस प्रकार के प्रशिक्षण से शारीरिक दृढ़ता और मानसिक चेतना भी जागृत होगी और इससे आत्मविश्वास भी मजबूत बनेगाइन सभी कलाओं मेंव्यक्ति को फुर्तीगति व्  तालमेल का इतना बेहतरीन प्रशिक्षण दिया जाता है की बिना किसी औजार के भी वहअपना बचाव कर सकता हैअगर बचपन से ही ये प्रशिक्षण दिए जाए तो ये मुश्किल भी नहीं होंगे और विद्यार्थीब्राउन बेल्ट या ब्लेक बेल्ट का दर्जा भी हासिल कर लेंगेइन सभी कलाओं का व्यवस्थित प्रशिक्षण पाठ्यक्रम औरप्रशिक्षक भी उपलब्ध हैं.


वर्ष २०१५ में हो कुछ ढोस शुरुआत

आज वर्ष २०१५ को महिला सुरक्षा वर्ष के रूप में मनाने की मांग उठी हुई हैअगर इस अवसर पर वर्ष २०१५ मेंआत्म-रक्षा प्रशिक्षण को हर स्कुल लागू कर दिया जाता है तो फिर ये कदम महिला सुरक्षा के लिए मील का पत्थरसाबित होंगे.
NCC
राष्ट्रीय क्रेडिट कोर के द्वारा विद्यार्थियों को देश सेवा और सैनिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता हैजरुरी है कीइसका ढांचा इस प्रकार का हो की हर विद्यार्थी यह प्रशिक्षण प्राप्त करेयह अभी एक विकल्प है जबकि जरूरत है कीइस प्रशिक्षण को अनिवार्य कर दिया जाएइससे विद्यार्थियों में अनुशाशनदमखम और हौसला बढ़ेगा.

कानून की जानकारी

आज हर व्यक्ति को कानून की जानकारी होनी चाहिएहर लड़की को उसकी सुरक्षा के लिए उपयुक्त कानूनीप्रावधानों के बारे में बताया जाना चाहिएइससे उनका आत्म-विशवास बढ़ेगाहर स्कुल और कॉलेज को इस हेतुप्रयास करने चाहिएमैंने इस हेतु एक शिक्षण संस्था में महिला एवं बाल विकास विभाग को आमंत्रित किया था.उनके उच्च अधिकारीयों ने इस हेतु बहुत ही विस्तृत जानकारी प्रदान की जससे शिक्षण संस्था में पढ़ने वाली छात्राओंको महत्वपूर्ण जानकारी मिली.

छात्राओं हेतु कॉमन रूम व् सुविधाएं
आज यह जरुरत  गयी है की हर स्कुल और कॉलेज में छात्राओं हेतु अलग कामन रूम और सुविधाओं की व्यवस्थाहो अन्यथा उस स्कुल या कॉलेज को मान्यता  मिले
छात्राओं हेतु सुरक्षित यातायात व्यवस्था
आज यह जरुरत  गयी है की हर स्कुल और कॉलेज में छात्राओं हेतु सुरक्षित यातायात  की व्यवस्था होइस हेतुसार्वजानिक बसों और टैक्सी में महिला सुरक्षा कर्मी की नियुक्ति जरुरी हो ताकि यातायात में होने वाले अपराध रुकजाएँइस प्रकार से नियुक्त महिला कर्मियों को भी आत्म-रक्षा में व्यवस्थित प्रशिक्षण प्रदान किया जाए.

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